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हिमालयन बेरी

 हिमालयन बेरी

सम्मिलित सामग्री: —हिमालयन बेरी 🍓 see BUCKTHORM




हिमालयन बेरी को अंग्रेजी मे सी बकथॉर फ्रूटी कहा जाता हैं|
यह लेह लद्दाख मे सिन्धु नदी के आस पास काटेदार झाड़ियों मे पाया जाता हैं पौराणिक कथाओं मे भी इसका उल्लेख ‘सञ्जीवनी बूटी के रूप में आता है|कहा जाता है युद्ध मे जब लक्ष्मण जी बेहोश हो गए थे तो भगवान राम  ने हनुमान जी को जिस बूटिको लाने के लिए हिमालय पर्वत पर भेजा था वह ‘संजीवनी बूटी’ लेह— लद्दाख मे पाई जाने वाली हिमालयन बेरी ही थी| हिमालयन बेरी एक वनस्पति है इसका उपयोग चिकित्सकीय कार्य के लिए किया जाता है |इसका वैज्ञानिक नाम सेलाजीनेला ब्रह्पटेसिर्स है| इसकी उत्पत्ति लगभग तीस अरब वर्ष कार्बोनाइफरस युग से मानी जाती है |SEA BUCKTHORM एक अनोखा पौधा है|यह औषधीय गुणों से भरपूर है| इसकी पत्तियां, फुल, फल और दवा बनाने के काम आता है| इस रसीले फल का जिक्र कई पुस्तको मे मिलता है|यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभप्रद है इसमें ओमेगा 3, 6और9, फैटी एसिड पाए जाते हैं| यह एंटी —ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है|इस फल के औषधि गुणों के चलते ही चीन के लोग यह फल, पकने के बाद इसका प्रयोग सदियों से दवाओ मे कर रहे हैं|खट्टे स्वाद वाला यह फल, पकने पर स्वादिष्ट लगता है|वजन कम करने के लिए इस  फल का अत्याधिक प्रयोग किया जाता है|428 प्रकार के पोषक तत्व और सक्रिय पदार्थों के कारण इसे ‘पोषण चिकित्सा का खजाना कहा जाता है|लेह लद्दाख एवम सिंधु नदी के आस पास का तापमान—35 डिग्री से—40 डिग्री सेल्सियस तक का हो जाता है लेकिन हिमालयन बेरी में भरपूर ऑक्सिजन पाया जाता है जिससे यहां के लोग हिमालयन बेरी से ऑक्सिजन की कमी पूरा करते हैं| इसके फल, जूस, बीज, पत्ते तथा इसकी झाड़ियां भी औषधियों गुणों से परिपूर्ण है


हिमालयन बेरी के गुण 
  • यह प्रत्येक उम्र के स्त्री पुरुष तथा बच्चों के लिए लाभप्रद है
  • इसके फल में अस्काबिकन, फोलिस एसिड, कैरोटीनाइड टोनिन रूटीन(विटामिन—पी) विटामिन सी ई एक साथ पाई जाती है|इसके 24 मिनरल और 28 अमीनो एसिड हैं
  • हिमालयन  बेरी एंटी— ऑक्सीडेंट, एंटी—एक्जिम, और एंटी—डिजीज है|इसमें एंटीऑक्सीडेंट, मिनरल  विटामिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है
  • संसार में जितना भी फलों मे विटामीन सी पाया जाता है उसके मुकाबले हिमालयन बेरी मे 4 से 100 गुना अधिक विटामीन  — सी पाया जाता है|
  • इसका प्रयोग गठिया, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल अल्सर और संक्रमण बीमारियो के कारण त्वचा पर चकतो के इलाज के लिए किया जाता है|
  • यह एंटी—ऑक्सीडेंट है रक्तचाप के सुधार और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है|इससे रक्त वाहिका की बीमारियां ठीक होती है|इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है
  • हिमालयन बेरी के ऑर्गेनिक कंपाउंड में एंटी ऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में पाए जाते हैं जो फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने में मदद करता है।
  • हिमालयन बेरी मे कैरोटीनायड नाम का महत्वपूर्ण एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो हमारी नजरो को सुरक्षित रखने मे लाभकारी है।
  • यह कोलेस्ट्रा लेवल कम करने में मददगार है और शरीर मे फैटी एसिड्स को  संतुलित रखता है।हिमालयन बेरी जूस बुरे कोलेस्ट्रा को खत्म करने में लाभ करी है। हार्ट—अटैक  और  स्ट्रोक के खतरे को कम करने मे सहायक है जिससे हृदय स्वास्थ रहता है।
  • हिमालयन बेरी जूस ब्लड शुगर एवम उच्च रक्त चाप को नियंत्रित करने का अच्छा स्रोत है। यह अल्सर, अस्थमा और छाती के दर्द मे सहायक है 
  • कुछ लोग सनबर्न रोकने के लिए त्वचा पर हिमालयन बेरी का प्रयोग करते हैं । यह जूस रोगाणुओ और बैक्टीरिया को मारने में लाभदायक है। त्वचा रोगों के  लिऐ बेहद उपयोगी है। यह मुंहासे शुष्क त्वचा ,एक्जिमा ,त्वचा  अल्सर, और त्वचा की रंगत को निखारने में लाभकारी है।
  • इसके प्रयोग से घाव भरता है। यह रोगाणुरोधी  है।यह पेट और आंतों के संक्रमण को रोकने मे लभकारी है
  • जुकाम, लीवर, श्वास रोग, शारीरिक,मानसिक, और यौन रोग को ठीक करने में लाभदायक है।
  • पेट संबंधित बीमारियों और गैस्ट्रिक रोग से पीड़ित रोगियों को आराम दिलाने में सहायक है। एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण के कारण यह जूस जोड़ों के दर्द और दर्द नाशक मांसपेशियों से आराम दिलाने में सहायक है।
  • एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण बुढ़ापे की प्रतिक्रिया को कम करने में सहायक है वह लोग जवां और सुंदर दिखना चाहते हैं या जो लोग दाग धब्बे और झुर्रियो से मुक्त दिखाना चाहते हैं उनके लिए हिमालयन बेरी जूस बहुत अच्छा पेय है।

 



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